शनिवार, 4 अप्रैल 2009

मनमोहन जी, ज़रा गौर फरमाइए.........

एक भारतीय जनता की तरफ से मनमोहन जी को कुछ सुझाव।

*** आपको दुबारा प्रधानमंत्री पद पर बैठाने की बात हो रही है। शायद आप भी मना नहीं ही करेंगे। अगर आप दुबारा प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं तो कृपया लोकसभा का चुनाव लड़कर आइये। इससे आपके आलोचकों का मुंह तो बंद होगा ही साथ ही साथ आप जनता को अपने ज्यादा करीब पाएंगे।

*** बुश के बाद अब आपने ओबामा से कहा है की भारतीय जनता आपको बहुत प्यार करती है। इसमें कितनी सच्चाई है आपको भी पता ही होगा. कूटनीति के चक्कर में भारतीय जनता की भावनाओं के साथ यह खेल ठीक नहीं है।

*** लोकसभा में आपने अपने सभी भाषण अँग्रेज़ी में दिए हैं। वहीँ दूसरी तरफ देश में दिए गए कुल भाषणों में ४९९ अँग्रेज़ी में और सिर्फ़ ५ हिंदी में हैं। हिंदी की इतनी तौहीन ठीक नहीं है।
उदाहरण के लिए आप फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को देखिये जो ज्यादा से ज्यादा भाषण अपनी भाषा में देते हैं।

*** अंत में, आपने महिला आरक्षण विधेयक को पास करवाने में भी ज्यादा रूचि नही दिखलाई।

-----आप निश्चित ही काफी ईमानदार छवि के नेता रहे हैं। अत्त आपसे अनुरोध है की इस लोकसभा चुनाव में इन मुद्दों पर ज़रा ईमानदारी से गौर फरमाइएगा।


एक भारतीय नागरिक
बादल

1 टिप्पणी:

चन्दन कुमार ने कहा…

बहुत खूब, इस बात से मई बिलकुल ही इत्तेफाक रखता हूँ.
हमारा प्रधानमंत्री हमारे बीच से ही होना चाहिए. न कि चोर दरवाजे से इंट्री करके अपनी
नीतियों को हम पर थोपे.